4 बार UPSC में फेल होकर मान ली थी हार, माँ ने कहा बेटा एक कोशिश और, 5 वीं कोशिश में अक्षत बने टॉपर
[Akshat Kaushal Biography in Hindi] हम सबके जीवन में कोई न कोई ऐसा पल आता है जब हम लगातार मेहनत तो करते हैं लेकिन उसका परिणाम हमें नहीं मिल पाता। लगातार की गई कोशिशों के बावजूद जो हम करना चाहते हैं और नहीं कर पाते तो ऐसे समय में हम या तो हार मान जाते हैं या दृढ़ निश्चय के साथ उस कार्य में तन और मन के साथ लगे रहते हैं। ऐसी ही एक कहानी है आईपीएस (Akshat Kaushal) की।
जिन्हें यूपीएससी परीक्षा में लगातार 4 बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने तबतक हार नहीं मानी जबतक वे सफल नहीं हो गए। अक्षत कौशल की शुरुआती पढ़ाई फरीदाबाद सेक्टर 15 स्थित एपीजे स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने सीआईटीएम से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की तथा आईआईएमसी से उन्होंने अंग्रेजी जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा का कोर्स किया।
वर्ष 2010 से 2016 तक अक्षत ने बिजनेस स्टैंडर्ड में स्पेशल कॉरेस्पों डेंट के तौर पर काम किया। इस दौरान उन्होंने आम जनता से जुड़ी कई मुख्य परेशानियों पर खबरें लाईं। (IPS Akshat Kaushal) अपने एक साक्षत्कार में कहा था कि एक रिपोर्टर के तौर पर काम करने के दौरान है उन्हें यह ज्ञात हुआ की लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रशासन का हिस्सा होना बेहद जरूरी है। वे एक रिपोर्टर के तौर पर केवल समस्याओं को उजागर कर सकते हैं, लेकिन वो उसे ठीक नहीं कर सकते।
तभी से उनका सपना यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना बन गया। अक्षत ने वर्ष 2013 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी, जिसमें वे सफल नहीं हो पाए। आगे के भी तीन प्रयासों में उन्हें सफ़लता हाथ नहीं लगी। 4 बार असफलता का सामना करने के कारण (Akshat Kaushal) निराश होकर इस सपने को छोड़ देनी की सोच रहे थे लेकिन उनके परिवार खासकर माँ तथा दोस्तों ने उनका हौसला बढ़ाया जिसके बदौलत उन्होंने 5 वीं बार प्रयास करने का मन बना लिया।
उस समय प्रीलिम्स एग्जाम में केवल 16 दिन ही बचे थे, लेकिन उन्होंने जी जान से मेहनत की और इस बार उन्होंने 55वीं रैंक हासिल कर टॉप किया। इसके बाद अक्षत ने पुलिस सर्विस को चुना और आईपीएस बन गए। (Akshat Kaushal) कहते हैं कि प्रतियोगियों को सबसे पहले परीक्षा की रूप रेखा समझनी चाहिए तथा पूरी तैयारी रखनी चाहिए।
गलतियां करने से बचनी चाहिए तथा उन्हें दूसरों की गलतियों से सीखना चाहिए। उन्होंने प्रतियोगियों को सलाह देते हुए कहा कि जिस विषय पर उनकी पकड़ अच्छी हो उस विषय को भी अच्छे से पढ़ना चाहिए। किसी भी विषय को लेकर ओवर कॉन्फिडेंट नहीं होना चाहिए बल्कि सारे विषयों पर बराबर ध्यान देना चाहिए।
(Akshat Kaushal) कहते हैं कि हमेशा एक ऐसा ग्रुप चुने जिसमें आपकी गलतियों पर आपको टोका जाए, जिससे आप अपनी गलतियों को सुधार सकें तथा दूसरे अनुभवी लोगों की बात भी सुननी चाहिए। अक्षत ने बताया कि दोस्त की बात नहीं सुननी भी उनकी असफलता की एक बड़ी वजह थी। उन्होंने बताया कि दूसरे प्रयास में सफलता नहीं मिलने के बाद वे जॉब करना चाहते थे लेकिन उनके दोस्त जो उनके साथ ही यूपीएससी की तैयारी करते थे।
उन्होंने जॉब ना करने की सलाह दी थी लेकिन अक्षत नहीं माने और जॉब कर ली इसका नतीजा यह हुआ कि उनके दोस्त ने तो यूपीएससी में सफलता हासिल कर ली. लेकिन अक्षत जॉब की वजह से अच्छे से तैयारी नहीं कर पाए तथा से तीसरी बार भी असफल हो गए। (IPS Akshat Kaushal) का मानना है कि हमें बस निरंतर प्रयास करना चाहिए तथा अपना 100% देना चाहिए इसके साथ ही कुछ चीजें हमें समय पर छोड़ देनी चाहिए।
अक्षत कौशल उदाहरण हैं उन सभी के लिए जो सफलता के बस कुछ कदम दूर होने पर ही हार मान लेते हैं और अपने सपने साकार नहीं कर पाते। अगर कोई भी व्यक्ति निरंतर प्रयास करे और ईमानदारी के साथ प्रयास करे तो वो सफल जरूर हो सकता है।
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